॥ दोहा ॥ बन्दउ माँ शाकम्भरी चरणगुरू का धरकर ध्यान। शाकम्भरी माँ चालीसा का करे प्रख्यान॥ आनन्दमयी जगदम्बिका-अनन्त रूप भण्डार। माँ शाकम्भरी की कृपा बनी रहे हर बार॥ ॥ चौपाई…
Sampoorn chalisa sanklan.
It is collection of chalisa’s of all lords.
चालीसा संकलन
सम्पूर्ण चालीसा का संग्रह
शनिदेव की कृपा पाने के लिये हर शनिवार को करें शनि चालीसा (Shani chalisa) का पाठ। शनि की साढ़े-साती और ढ़ैया का दुष्प्रभाव कम करने और शनि के शुभता पाने…
शनिदेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिये संध्या के समय शनि चालीसा का पाठ करें। ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल । दीनन…
॥ दोहा ॥ गरुड़ वाहिनी वैष्णवी त्रिकूटा पर्वत धाम। काली, लक्ष्मी, सरस्वती शक्ति तुम्हें प्रणाम॥ ॥ चौपाई ॥ नमो: नमोः वैष्णो वरदानी, कलि काल में शुभ कल्याणी। मणि पर्वत पर…
॥ दोहा ॥ वन्दो वीरभद्र शरणों शीश नवाओ भ्रात । ऊठकर ब्रह्ममुहुर्त शुभ कर लो प्रभात ॥ ज्ञानहीन तनु जान के भजहौंह शिव कुमार । ज्ञान ध्यानन देही मोही देहु…
॥ दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूँ दीजै ज्ञान बताय॥ ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान् खरारी, कष्ट नशावन अखिल बिहारी। प्रबल जगत में…
॥ दोहा ॥ विनय करौं कर जोड़कर मन वचन कर्म संभारि। मोर मनोरथ पूर्ण कर विश्वकर्मा दुष्टारि॥ ॥ चौपाई ॥ विश्वकर्मा तव नाम अनूपा, पावन सुखद मनन अनरूपा। सुन्दर सुयश…
॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदंब । संत जनों के काज में, करती नहीं बिलंब ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय विन्ध्याचल रानी । आदि शक्ति…
॥ चौपाई ॥ श्री रघुवीर भक्त हितकारी । सुन लीजै प्रभु अरज हमारी ॥ निशिदिन ध्यान धरै जो कोई । ता सम भक्त और नहिं होई ॥ ध्यान धरे शिवजी…
॥ दोहा ॥ मातु लक्ष्मी करि कृपा, करो हृदय में वास । मनोकामना सिद्ध करि, परुवहु मेरी आस ॥ ॥ सोरठा ॥ यही मोर अरदास, हाथ जोड़ विनती करुं ।…
जयति जयति जय ललिते माता, तब गुण महिमा है विख्याता। तू सुन्दरि, त्रिपुरेश्वरी देवी, सुर नर मुनि तेरे पद सेवी। त कल्याणी कष्ट निवारिणी, तू सख दायिनी, विपदा हारिणी। मोह…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु पद पंकज नमन, दूषित भाव सुधार। राणी सती सुविमल यश, बरणौं मति अनुसार। कामक्रोध मद लोभ में, भरम रह्यो संसार। शरण गहि करुणामयी, सुख सम्पत्ति…