क्षीरोदार्णवसम्भूत अत्रिगोत्रसमुद् भव । गृहाणार्ध्यं शशांकेदं रोहिण्य सहितो मम ।। चंद्रमा को अर्घ्य देते समय इस चन्द्र अर्घ्य मन्त्र का जप करने से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
शास्त्रों व धर्म ग्रंथों में वर्णित विशेष फलदायी मंत्रों (Mantra) का संकलन।
क्षीरोदार्णवसम्भूत अत्रिगोत्रसमुद् भव । गृहाणार्ध्यं शशांकेदं रोहिण्य सहितो मम ।। चंद्रमा को अर्घ्य देते समय इस चन्द्र अर्घ्य मन्त्र का जप करने से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
गायत्री मंत्र में अपार शक्ति है। इसके जप से मन को शान्ति और ऊर्जा मिलती है। ॐ भूर्भवः स्वः तत्स वितुर्वरेण्यं | भर्गोदेवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात् || भावार्थ :…
गुरु गायत्री मन्त्र ॐ गुरुदेवाय विद्महे परब्रह्माय धीमहि । तन्नो गुरुः प्रचोदयात ॥ गुरु गायत्री मन्त्र द्वारा देवगुरु बृहस्पति की उपासना और ध्यान करने से बृहस्पति देव अति प्रसन्न होते…
केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करके, उसे अपने अनुकूल करने और उसका सकारात्मक प्रभाव पाने के लिये केतु मंत्र का जप करें। ॐ ह्रीं केतव नमः या ॐ कें…
जब भी आप कोई पूजा या अनुष्ठान करें तो उसके अंत में क्षमा प्रार्थना मन्त्र (Kshama Prarthana Mantra) द्वारा प्रभु से अपनी त्रुटियों और गलतियों के लिये क्षमा अवश्य माँगें।…
ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते। माँ काली को प्रसन्न करने के लिए काली मंत्र का जप करें। इससे माँ काली शीघ्र प्रसन्न…
भगवान कुबेर की कृपा पायें। इस मंत्र का जप करने से भगवान कुबेर प्रसन्न होकर मनुष्य को अपार धन-सम्पत्ति प्रदान करते हैं। ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य…
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥ कुबेर लक्ष्मी मंत्र का बड़ा महत्व है। कुबेर लक्ष्मी मंत्र के नियमित जप करने से भगवान कुबेर…
ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपि वा । यः स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः ।। पूजास्थान पर बैठ के सर्वप्रथम शुद्धि मंत्र से आसन व शरीर की शुद्धि करें।
मन्त्रः- “ॐ गों गोरक्षनाथ महासिद्धः, सर्व-व्याधि विनाशकः । विस्फोटकं भयं प्राप्ते, रक्ष रक्ष महाबल ।। १।। यत्र त्वं तिष्ठते देव, लिखितोऽक्षर पंक्तिभिः । रोगास्तत्र प्रणश्यन्ति, वातपित्त कफोद्भवाः ।। २।। तत्र…
मन्त्र “मोरे हित हरि सम नहिं कोऊ । एहि अवसर सहाय सोइ होऊ ।।” मन्त्र की प्रयोग की विधि और लाभ प्रभु कृपा के लिए एकाग्रता अति आवश्यक है। अतः…
आपकी राशी के अनुसार राशी के स्वामी देवी / देवताओं के मंत्र। इन मंत्रों के जाप से जातक को दैवी कृपा प्राप्त होती हैं। मेष राशि मंत्र – ॐ हं…