जय श्री राणी सती मैया, जय जगदम्ब सती जी। अपने भक्तजनों की दूर करो विपती॥जय. अपनि अनन्तर ज्योति अखण्डित मंडित चहुँककुंभा। दुरजन दलन खडग की, विद्युतसम प्रतिभा॥जय. मरकत मणि मन्दिर…
सम्पूर्ण आरतियोँ का संग्रह
प्रभु भक्ति (Prabhu bhakti) में आरती (Aarti) का विशेष महत्व होता है। कोई भी पूजा बिना आरती के समपूर्ण नही होती। आरती संकलन में बहुत से देवी-देवताओं की आरतियों का सन्ग्रह किया गया है। हमने ये प्रयास किया है की भक्तों को सभी आरतियाँ एक ही जगह पर उपलब्ध हो सकें।
It is collection of aarti’s of various hindu God & Goddess.
जय श्री राणी सती मैया, जय जगदम्ब सती जी। अपने भक्तजनों की दूर करो विपती॥जय. अपनि अनन्तर ज्योति अखण्डित मंडित चहुँककुंभा। दुरजन दलन खडग की, विद्युतसम प्रतिभा॥जय. मरकत मणि मन्दिर…
नामु तेरो आरती भजनु मुरारे, हरि के नाम बिनु झूठे सगल पसारे। नाम तेरा आसनो नाम तेरा उरसा, नामु तेरा केसरो ले छिटकारो। नाम तेरा अंभुला नाम तेरा चंदनोघसि, जपे…
'मंगल' की सेवा, सुन मेरी देवा, हाथ जोड़, तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी, ध्वजा, नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट धरे। सुन जगदम्बे, कर न विलम्बे, संतन के भण्डार भरे। संतन-प्रतिपाली,…
भगवान श्रीराम की अनुपायनी भक्ति पाने हेतु करें रघुकुल नायक रघुवर श्रीराम जी की आरती। Raghuvar Ji Ki Aartiरघुवर जी की आरती आरती कीजै श्री रघुवर जी की, सत् चित्…
जय महावीर प्रभो! स्वामी जय महावीर प्रभो! जगनायक सुखदायक, अति गम्भीर प्रभो॥ॐ॥ कुण्डलपुर में जन्में, त्रिशला के जाये। पिता सिद्धार्थ राजा, सुर नर हर्षाए॥ ॐ॥ दीनानाथ दयानिधि, हैं मंगलकारी। जगहित…
जय भैरव देवा प्रभु जय भैरव देवा, सुर नर मुनि सब करते प्रभु तुम्हरी सेवा॥ तुम पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक, भक्तों के सुखकारक भीषण वपु धारक॥ वाहन श्वान विराजत…
पितु मातु सहायक स्वामी सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो। जिनके कुछ और आधार नहीं, तिनके तुम ही रखवारे हो। सब भाँति सदा सुखदायक हो, दुःख निर्गुण नाशन हारे…
ॐ जय हनुमत वीरा स्वामी जय हनुमत वीरा, संकट मोचन स्वामी तुम हो रणधीरा॥ॐ॥ पवन-पुत्र अंजनी-सुत महिमा अति भारी, दुःख दरिद्र मिटाओ संकट सबहारी॥ॐ॥ बाल समय में तुमने रविको भक्ष…
सुनो जी भैरव लाड़िले, कर जोड़ कर विनती करूँ । कृपा तुम्हारी चाहिए, मैं ध्यान तुम्हारा ही धरूँ। मैं चरण छूता आपके, अर्जी मेरी सुन लीजिये । मैं हूँ मति…
। आरती प्रेतराज की कीजै। दीन दुखिन के तुम रखवाले, संकट जग के काटन हारे। बालाजी के सेवक जोधा, मन से नमन इन्हें कर लीजै। जिनके चरण कभी ना हारे,…
जय जय पितरजी महाराज, मैं शरण पड़यो हूँ थारी। शरण पड़यो हूँ थारी बाबा, शरण पड़यो हूँ थारी॥ आप ही रक्षक आप ही दाता, आप ही खेवनहारे। मैं मूरख हूँ…