श्री शंकराचार्य द्वारा रचित अच्युताष्टकम् (Achyutashtakam) में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों के नाम, रूप और लीलाओं का बहुत ही सुन्दर वर्णन किया गया है। इसके आठ श्लोकों में भगवान…
It is collection of stotra’s of various hindu God & Goddess. Collection of sampoorn stotra.
स्तोत्र संकलन
सम्पूर्ण स्तोत्र का संग्रह
श्री शंकराचार्य द्वारा रचित अच्युताष्टकम् (Achyutashtakam) में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों के नाम, रूप और लीलाओं का बहुत ही सुन्दर वर्णन किया गया है। इसके आठ श्लोकों में भगवान…
माँ भगवती की स्तुति करना भक्तों के लिये सदा ही कल्याणकारी होता है। माँ अपने भक्तों पर सदा ही अपनी कृपा बरसाती है। भगवती स्तुतिः (Bhagwati Stuti) का पाठ करने…
सिद्धकुञ्जिका स्तोत्रम् (Siddha Kunjika Stotram) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। यह बहुत ही दुर्लभ, शक्तिशाली और गुप्त स्तोत्र है। इसका पाठ करने से दुर्गा सप्तशती के पाठ का शुभफल…
देव्यपराधक्षमापन स्तोत्रम् (Devyaparadha Kshamapana Stotram) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। इसका पाठ करके साधक माँ दुर्गा से अपने समस्त अपराधों को क्षमा करने के लिये प्रार्थना करता है। इस…
दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला (Durga Dwatrinsha Naamamala) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला में देवी दुर्गा के 32 नामों के द्वारा उनकी स्तुति की गई है। इसका पाठ करने से माँ दुर्गा…
श्री दुर्गा मानस पूजा (Shri Durga Manasa Puja) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। श्री दुर्गा मानस पूजा में देवी को श्रेष्ठम् वस्तुएँ अर्पित करते हुए माँ भगवती की उपासना…
क्षमा-प्रार्थना (Kshama Prarthana) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। देवी की स्तुति और आराधना मॆं हुई गलतियों और त्रुटियों के लिये देवी माँ से क्षमा माँगने के लिये करें क्षमा-प्रार्थना…
मूर्तिरहस्यम् (Murti Rahasyam) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। इसमें देवी के विभिन्न रूप और उनके ध्यान से प्राप्त होने वाले शुभफलों का उल्लेख किया गया है। देवी के मंत्रों…
वैकृतिकं रहस्यम् (Vaikrutika Rahasya) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। देवी महात्म्य (दुर्गा सप्तशती) के सभी तेरह अध्यायों का पाठ पूर्ण होने पर ऋग्वेदोक्तं देवीसूक्तम्, फिर तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम् (Tantroktam Devi…
प्राधानिकं रहस्यम् (Pradhanikam Rahasyam) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। देवी महात्म्य (दुर्गा सप्तशती) के सभी तेरह अध्यायों का पाठ पूर्ण होने पर ऋग्वेदोक्तं देवीसूक्तम्, फिर तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम् और इसके…
तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम् (Tantroktam Devi Suktam) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। देवी महात्म्य (दुर्गा सप्तशती) के सभी तेरह अध्यायों का पाठ पूर्ण होने पर ऋग्वेदोक्तं देवीसूक्तम् के पश्चात् तन्त्रोक्तं देवीसूक्तम्…
ऋग्वेदोक्तं देवीसूक्तम् (Rigvedoktam Devi Suktam) दुर्गा सप्तशती का ही भाग है। देवी महात्म्य (दुर्गा सप्तशती) के सभी तेरह अध्यायों का पाठ पूर्ण होने पर उपसंहारः (Upasamhara) में पहले नवार्ण जप…