मन को शांत करता है भगवती स्तुतिः (Bhagwati Stuti) का पाठ। जानियें पाठ की विधि और महत्व…

Bhagwati Stuti ; Goddess durga; Devi durga image;

माँ भगवती की स्तुति करना भक्तों के लिये सदा ही कल्याणकारी होता है। माँ अपने भक्तों पर सदा ही अपनी कृपा बरसाती है। भगवती स्तुतिः (Bhagwati Stuti) का पाठ करने से मन को शांति मिलती है। पढ़ियें भगवती स्तुतिः और जानिये इसका महत्व और लाभ…

How and when to read Bhagwati Stuti?
भगवती स्तुतिः का पाठ कब और कैसे करे?

  • प्रात:काल स्नानादि नित्यक्रिया से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करके माँ भगवती का ध्यान करें।
  • श्रद्धा-भक्ति के साथ पूजा स्थान पर बैठकर दीपक जलायें।
  • देवी को भोग अर्पित करें।
  • फिर भगवती स्तुतिः का पाठ करें।
  • हाथ जोड़कर अपनी गलतियों के लिये क्षमा माँगें और देवी माँ से अपना मनोरथ कहें।

Benefits of Reading Bhagwati Stuti
भगवती स्तुतिः पाठ के लाभ

देवी माँ सदा की अपने भक्तों पर कृपा करती है। जो भी पूरी श्रद्धा-भक्ति के साथ माँ भगवती की स्तुति करता है

  • उसे माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • उसके अवगुणों का नाश होता है।
  • सभी मनोकामनायें पूर्ण हैं।
  • नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।
  • जीवन में सकारात्मकता आती है।
  • भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।
  • संसार के बन्धनों से छूटकर उसकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।

Bhagwati Stuti

भगवतीस्तुतिः

प्रातः स्मरामि शरदिन्दुकरोज्ज्वलाभां सद्रत्नवन्मकरकुण्डलहारभूषाम् ।
दिव्यायुधोर्जितसुनीलसहस्त्रहस्तां रक्तोत्पलाभचरणां भवतीं परेशाम् ॥
प्रातर्नमामि महिषासुरचण्डमुण्डशुम्भासुरप्रमुखदैत्यविनाशदक्षाम् ।
ब्रह्मेन्द्ररुद्रमुनिमोहनशीललीलां चण्डीं समस्तसुरमूर्तिमनेकरूपाम् ॥
प्रातर्भजामि भजतामभिलाषदात्रीं धात्रीं समस्तजगतां दुरितापहन्त्रीम् ।
संसारबन्धनविमोचनहेतुभूतां मायां परां समधिगम्य परस्य विष्णोः ॥

नोट: माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिये करें दुर्गा सप्तशती का पाठ।