राशि अनुसार करें महाशिवरात्रि पर विशेष पूजन और मंत्र जाप

Maha Shivratri par rashi anusar mantra aur puja

पौराणिक मान्यता के अनुसार शिवलिंग को भगवान शिव का निराकार स्वरूप माना जाता है। शिवलिंग का प्रतिदिन जल से अभिषेक करने से साधक को सभी शारीरिक कष्टों एवं मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। सिर्फ महाशिवरात्रि ही नहीं यदपि नित प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिये।

राशि अनुसार करें महाशिवरात्रि पर विशेष पूजन और मंत्र जाप

महाशिवरात्रि की पूजा के साथ इस विशेष पूजन को करने से साधक की मनोकामना पूर्ण होती है। उसकी जन्म कुण्ड़ली के दोषों की शांति होती है और उसे ग्रहों की शुभता प्राप्त होती है। मंत्र जाप कम से कम 108 बार करें।

मेष राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन गुलाल से शिवजी की पूजा करनी चाहिये।
मंत्र – ॐ ममलेश्वाराय नमः।

वृषभ राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन दूध से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
मंत्र – ॐ नागेश्वराय नमः।

मिथुन राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन गन्ने के रस से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
मंत्र- ॐ भुतेश्वराय नमः।

कर्क राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन पंचामृत से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
पाठ – शिव जी के 12 नामों का 108 बार पाठ करना चाहिये।

सिंह राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन शहद से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
मंत्र – ॐ नमः शिवाय।

कन्या राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन शुद्ध जल से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
पाठ – शिव चालीसा का पाठ करना चाहिये।

तुला राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन दही से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
पाठ – शिवाष्टक का पाठ करना चाहिये।

वृश्चिक राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन दूध और घी से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
मंत्र – ॐ अन्गारेश्चराय नमः।

धनु राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन दूध से शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
मंत्र – ॐ सोमेश्वराय नम: ।

मकर राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन अनार शिवजी को अर्पित करना चाहिये।
पाठ – शिव सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिये।

कुम्भ राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन दूध, दही, शक्कर, घी, शहद सभी से अलग अलग शिवजी का अभिषेक करना चाहिये।
मंत्र – ॐ शिवाय नमः।

मीन राशि वाले जातकों को महाशिवरात्रि के दिन ऋतुफल शिवजी को अर्पण करना चाहिये।
मंत्र – ॐ भामेश्वराय नमः।