Suryashtakam (श्री सूर्याष्टकम्)

Suryashtakam

मनचाही नौकरी/ सरकारी नौकरी दिलाने वाला, जल्दी फल प्रदान करने वाला है सूर्याष्टकम् का पाठ ।

ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि योग्यता होने के बावजूद भी मनचाही नौकरी नही मिलती। आज के समय में जब इतनी प्रतिस्पर्धा है, तब सरकारी नौकरी पाना बहुत मुशकिल लगता है। भगवान शिव द्वारा कहा गया सूर्याष्टकं का पाठ कर सकता है आपकी मुशकिल का समाधान।

जो भी व्यक्ति सरकारी नौकरी पाना चाहता हो, उसे नियमित रूप से प्रात: काल स्नान आदि नित्यकर्म से निवृत होकर श्रद्धा पूर्वक सूर्याष्टकं का पाठ करना चाहिये। सूर्यदेव की कृपा से जल्द ही आपका मनोरथ सिद्ध होगा। नौकरी मिलने में आने वाली कठिनाइयाँ स्वत: ही दूर हो जायेंगी। सूर्याष्टकं बहुत जल्दी फल देने वाला पाठ है।

प्रतिदिन ताम्बे के कलश से सूर्यदेव को जल अवश्य अर्पित करें। सूर्यदेव आपकी मनोकामना पूर्ण करें।

श्री साम्ब उवाच:

आदि देव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर:।
दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तुते ॥

सप्ताश्वरथ मारुढ़ं प्रचण्डं कश्यपात्पजम्।
श्वेत पद्मधरं तं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥

लोहितं रथमारुढं सर्वलोक पितामहम्।
महापाप हरं देवं तं सूर्य प्रणमाम्यहम् ॥

त्रैगुण्यं च महाशूरं ब्रह्मा विष्णु महेश्वरं।
महापापं हरं देवं तं सूर्य प्रणमाम्यहम् ॥

वृहितं तेज: पुञ्जच वायुराकाश मेव च।
प्रभुसर्वलोकानां तं सूर्य प्रणमाम्यहम् ॥

बन्धूक पुष्प संकाशं हार कुंडल भूषितम्।
एक चक्र धरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥

तं सूर्य जगत् कर्तारं महातेज: प्रदीपनम्।
महापाप हरं देवं तं सूर्य प्रणमाम्यहम् ॥

तं सूर्य जगतां नाथं ज्ञान विज्ञान मोक्षदम्।
महापापं हरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥

सूर्याष्टकं पठेन्नित्यं गृहपीड़ा प्रणाशनम।
अपुत्रो लभते पुत्रं दरिद्रो धनवान भवेत ॥

अभिषं मधु पानं च य: करोत्तिवे‍दिने।
सप्तजन्म भवेद्रोगी जन्म-जन्म दरिद्रता ॥

स्त्री तेल मधुमां-सा नित्य स्त्यजेन्तु रवेद्रिने।
न व्या‍धि: शोक दारिद्रयं सूर्यलोकं सगच्छति ॥

॥ इति श्री शिव प्रोक्तं सूर्याष्टकं ॥