Surya Shashti 2024: जानियें सूर्य षष्ठी पर कैसे करें भगवान सूर्य की पूजा?

surya shashti

सूर्य छठ (Surya Chhath) पर भगवान सूर्य की उपासना से दूर होंगे आपके रोग-दोष। जानियें कब है सूर्य षष्ठी (Surya Shashti)? साथ ही पढ़ियें व्रत एवं पूजन की विधि और व्रत के नियम…

Surya Shashti 2024 (Surya Chhath)
सूर्य षष्ठी (सूर्य छठ)

भाद्रपद मास (भादों) की शुक्लपक्ष की षष्ठी तिथि को सूर्य छठ (Surya Chhath) या सूर्य षष्ठी (Surya Shashti) कहा जाता हैं। यह बहुत ही पवित्र दिन है, इस दिन ललिता छ्ठ और चम्पा छठ का त्यौहार भी मनाया जाता हैं। सूर्य षष्ठी (Surya Shashti) पर भगवान सूर्य का पूजन एवं व्रत किया जाता हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सूर्य षष्ठी पर भगवान सूर्य का व्रत एवं पूजन करने से साधक को भगवान सूर्य की कृपा से अक्षय पुण्य प्राप्त होता हैं। और यदि कोई आँखों का रोगी या कुष्ठ रोगी इस दिन व्रत और पूजन करता है तो उसे उस रोग से मुक्ति मिल जाता हैं।

ललिता छ्ठ का व्रत संतान प्राप्ति और उसकी रक्षा के लिये किया जाता हैं।

षष्ठी के दिन बहुत से स्थानों पर श्री राधा जी और श्री कृष्ण की प्रिय सखी ललिता जी का पूजन और अभिषेक किया जाता हैं। उनका जन्मोत्सव मनाया जाता हैं। वही कुछ स्थानों पर ललिता जी का जन्मोत्सव सप्तमी यानी अगले दिन मनाया जाता हैं। इस दिन को ललिता सप्तमी कहा जाता हैं।

Surya Shashti Kab Hai?
सूर्य षष्ठी कब हैं?

इस वर्ष सूर्य छठ (Surya Chhath) का व्रत एवं पूजन 9 सितम्बर, 2024 सोमवार के दिन किया जायेगा।

Surya Chhath Vrat Aur Pujan Ki Vidhi
सूर्य षष्ठी व्रत एवं पूजन की विधि

सूर्य षष्ठी (Surya Shashti) पर भगवान सूर्य की पूजा की जाती हैं। इस दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व होता हैं। अगर सम्भव हो तो साधक को इस दिन गंगा स्नान अवश्य करना चाहिये। ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं।

1. प्रात:काल जल्दी उठकर स्नानादि नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

2. सूर्योदय के समय ताँबे के कलश से भगवान सूर्य को जल चढ़ायें। जल चढ़ाते समय गायत्री मंत्र का जाप करते रहें। अपनी जगह पर खड़े-खड़े ही तीन बार घूमकर परिक्रमा करें।

3. दीपक जलाकर भगवान सूर्य की ओर रोली के छींटे मारकर चावल चढ़ायें। तत्पश्चात उन्हे कनेर का लाल फूल चढ़ायें, गुलाल चढ़ायें और लाल वस्त्र अर्पित करें।

4. आदित्यहृदयस्त्रोत्र का पाठ करें।

5. दिन में एक ही बार भोजन करें और वो भी सूर्यास्त से पहलें। इस दिन बिना नमक का भोजन ग्रहण करें।

विशेष : छात्रों को सूर्य की ओर पलकें (आँखे) मूंदकर खड़ा होकर कुछ देर उनका ध्यान करना चाहिये। ऐसा करना छात्रों को विद्यार्जन में लाभ होता हैं।

Surya Shashti Vrat Ke Niyam
सूर्य षष्ठी व्रत में क्या ना करें?

1. व्रत करने वाले को चाहिये कि इस दिन सूर्यास्त से पहले ही भोजन ग्रहण करें।

2. सूर्य षष्ठी (Surya Shashti) का व्रत करने वाले व्रती को नमक युक्त भोजन ग्रहण नही करना चाहियें। इस दिन बिना नमक का भोजन ही करना चाहियें।