दिल के रोग (Heart Problem)
आधा लीटर गाय के दूध में 4 ग्राम अर्जुन की छाल का बारीक चूर्ण और 20 ग्राम देसी खांड मिलाकर खाली पेट लेने से हृदय रोग मे लाभ मिलता है। इसका सेवन 1 वर्ष तक करना चाहिये।
मधुमेह (Diabetes)
दो-तीन माह तक नियमित रूप से प्रतिदिन हल्के नाश्ते के बाद 20 से 25 ग्राम ताज़ा करेले के रस में थोड़ा सा नमक डालकर पीने से मधुमेह का नाश होता है।
सुबह व रात को आधा चम्मच पिसी हल्दी और आधा चम्मच मेथी मिलाकर लेने से मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
रक्तचाप (Blood Pressure)
घास में नंगे पैर चलने से रक्तचाप में लाभ होता है।
सुबह दूध में भिगोकर गेहूं की बासी रोटी खाने से भी उच्च रक्तचाप में लाभ होता है।
हृदयरोग की असरदार दवा (Heart Problem)
5 या 6 पुदीना के पत्ते, 8 या 9 तुलसी के पत्ते और लगभग 250 ग्राम से 300 ग्राम लौकी (छिल्के सहित) लें और इन तीनों को मिलाकर अच्छे से पीस लें। फिर इसे छलनी में छान लें। यह रस लगभग 125 ग्राम से 150 ग्राम तक होना चाहिए। अब इस रस में इतना ही पानी मिला लें। फिर 1 ग्राम सेंधा नमक और 4 काली मिर्च पीस कर मिला लें। इस रस को भोजन करने के आधा घंटे के बाद पीयें, सुबह नाश्ते के बाद दोपहर व रात के भोजन के बाद, इस प्रकार दिन में तीन बार पीयें। यदि तीन बार नही पी सके तो कम से कम दोनों वक्त के भोजन के बाद तो यह अवश्य पिए। हर बार रस ताजा होना चाहिए। शुरूआत में पेट में कुछ गुड़गुड़ाहट हो सकती है पर चिंता ना करें। यह रस पेट की बीमारियों को भी दूर करता है। लगातार 5 दिनों तक इसका सेवन करें। फिर 25 दिनों के अंतराल के बाद फिर से इसे 5 दिन पीयें। ऐसा 3 माह तक करें। उपचार के दौरान खट्टे फल, टमाटर, नींबू आदि खट्टी चीज़ों का सेवन ना करें।