हम प्राय: देखते हैं कि शरीर पर कई प्रकार के निशान होते हैं। जिनमें तिल, मस्सा आदि प्रमुख हैं। कुछ निशान जन्म जात होते हैं और कुछ समय के साथ हमारे शरीर पर बनते हैं। कुछ लोग अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिये नकली तिल भी लगाते है। क्या आप जानते है कि इन तिलों से भी व्यक्ति के आचार, व्यवहार, चरित्र और भाग्य के विषय में जाना जा सकता है।
सामुद्रिक शास्त्र जो कि ज्योतिष शास्त्र की एक महत्वपूर्ण शाखा है उसमें तिल के आकार, रंग और शरीर के अंग एवं भाग पर उसकी उपस्थिति के आधार पर उसके प्रभाव का विस्तार से विश्लेषण किया गया है।
यदि आपके भी शरीर पर कोई तिल हो और आप उसके सकरात्मक और नकारात्मक प्रभाव के विषय में जानना चाहते है तो इसे अवश्य पढ़ें।
सबसे पहले हम आपको बतातें है, तिल के आकार और उसके प्रभाव के विषय में। अगर तिल का आकार –
- बड़ा हो तो बहुत ही शुभ होता है
- छोटा हो तो कम प्रभावी होता है
- लंबा हो तो शुभ होता है।
तिल की आकृति के अनुसार उसका प्रभाव –
- त्रिकोणीय आकृति हो तो मिश्रित परिणाम मिलता है
- टेढ़ा-मेढ़ा हो तो शुभ परिणाम मिलता है
- गोल आकृति हो तो शुभ मिलता है
- वर्गाकार आकृति हो तो अंत तक अप्रत्याशित फल मिलता है किंतु मुश्किलों को दूर करने वाला होता है।
तिल के रंग के अनुसार उसका प्रभाव –
अगर तिल का रंग – हल्का भूरा, लाल, चंदन या हरा (पन्ना जैसा) हो तो वह भाग्यशाली होता है।
अगर तिल का रंग काला हो तो जीवने में बाधाएं आती है। इसे अच्छा नहीं माना जाता।
शरीर के किस भाग के किस अंग पर तिल होने का क्या प्रभाव होता है ?
जानने के लिये आगे पढ़ें –
अगर माथे पर तिल हो तो ?
माथे के बीच में तिल – व्यक्ति शांत, बुद्धिमान, परिश्रमी और साफ दिल का होता है।
माथे में दाहिनी ओर तिल – व्यक्ति धनवान होता है।
माथे में बायीं ओर तिल – व्यक्ति स्वार्थी होता है।
अगर भौंह पर तिल हो तो ?
भौंह के बीच में तिल – व्यक्ति में नेतृत्व की क्षमता होती है। जीवन में आर्थिक संपन्नता आती हैं।
भौंह के बायीं ओर तिल – व्यक्ति डरपोक होगा और व्यवसाय एवं नौकरी में कठिनाइयों आयेंगी।
भौंह के दाहिनी ओर तिल - वैवाहिक जीवन में ख़ुशियाँ मिलेंगी और संतान का सुख मिलेगा।
अगर आँख पर तिल हो तो ?
दाहिनी आँख पर तिल – व्यक्ति ईमानदार, मेहनती और विश्वास करने योग्य।
बायीं आँख पर तिल – व्यक्ति अंहकारी और आशावादी होगा।
अगर नाक पर तिल हो तो ?
नाक पर (ठीक बीच में) तिल – व्यक्ति क्रोधी और बिना सोचे-समझे निर्णय लेने वाला होता है।
नाक की दाहिनी ओर तिल – व्यक्ति कम मेहनत में ही ज्यादा धन पाने में सफल होता है।
नाक की बायीं ओर तिल – व्यक्ति को जीवन में सफलता पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
नाक के नीचे तिल – व्यक्ति कामुक होगा और विपरीत लिंग को अपनी ओर आकर्षित कर सकने वाला होगा।
अगर गाल पर तिल हो तो ?
बायें गाल पर तिल – अल्पभाषी, ज्यादा गुस्से वाला और धन ख़र्च करने वाला होगा।
दायें गाल पर तिल – आक्रामक स्वभाव, तर्कवादी और धन कमाने में अग्रणी ।
अगर कान पर तिल हो तो ?
कान पर तिल – जीवन भौतिक सुखों से युक्त होगा।
कान के ठीक ऊपर तिल – बुद्धिमान।
अगर होंठ पर तिल हो तो ?
होंठ पर तिल – मोटापा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ इसलिये खान-पान पर ध्यान दें।
नीचे वाले होंठ पर तिल – खाने का शौकीन साथ ही नाटक में रुचि।
अगर जीभ पर तिल हो तो ?
जीभ पर तिल – स्वास्थ्य, शिक्षा और बोलने में समस्या।
जीभ की नोक पर तिल – खाने का शौकीन, कूटनीतिज्ञ और परिस्थितियों को नियंत्रण में रखने वाला।
अगर ठोड़ी पर तिल हो तो ?
ठोड़ी के बीच में तिल – यात्रा करना और नई-नई जगहों पर घूमना पसंद होता है।
ठोड़ी के दाहिने हिस्से में तिल – तर्कवादी और कूटनीतिक विचारों वाला।
ठोड़ी पर बायीं ओर तिल – ईमानदार और स्पष्टवादी होता है।
अगर गर्दन पर तिल हो तो ?
गर्दन पर ठीक सामने तिल – भाग्यशाली एवं कला में निपुण।
गर्दन के पीछे वाले भाग पर तिल – क्रोधी स्वभाव।
अगर कंधे पर तिल हो तो ?
बायें कंधे पर तिल – ज़िद्दी स्वभाव होगा।
दायें कंधे पर तिल – साहसी और बुद्धिमान होता है।
अगर भुजा पर तिल हो तो ?
दाहिनी भुजा पर तिल – बुद्धिमान और चालाक होगा।
बायीं भुजा पर तिल – भौतिक सुखों की इच्छा परन्तु वास्तविकता में सामान्य जीवन होगा।
अगर कोहनी पर तिल हो तो ?
कोहनी पर तिल – कला में निपुण, धनी और यात्रा में रूचि। परंतु बेचैन प्रवृति।
अगर कलाई पर तिल हो तो ?
कलाई पर तिल – कलात्मक, अच्छा चित्रकार और लेखक। मन में नए-नए विचार आते हैं।
अगर हथेली पर तिल हो तो ?
हथेली पर तिल – जीवन में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
अगर उंगली पर तिल हो तो ?
उंगलियों पर तिल – अविश्वसनिय (विश्वास न करने योग्य), बातों को बढ़ा चढाकर कहने वाला।
अगर पसलियों पर तिल हो तो ?
दाहिनी पसली पर तिल – झूठ बोलने में माहिर और ड़रपोक।
बायीं पसली पर तिल – सामान्य जीवन।
अगर पीठ पर तिल हो तो ?
पीठ पर (रीढ़ की हड्डी के आसपास) तिल – सफलता, प्रसिद्धि और नेतृत्व क्षमता ।
पीठ पर (कंधे के नीचे) तिल – जीवन में संघर्ष ।
पीठ पर (कंधे के ऊपर) तिल – साहस के साथ चुनौतियों का सामना करने वाला ।
अगर सीने पर तिल हो तो ?
सीने पर तिल – तीक्ष्ण कामुक प्रवृत्ति होती है।
सीने पर दाहिनी ओर तिल (महिलाओं के) – नशा करने की प्रवृत्ति ।
सीने पर दाहिनी ओर तिल (पुरुष के) – आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
सीने पर बायीं ओर तिल (महिलाओं के) – शांत स्वभाव और मिलनसार ।
सीने पर बायीं ओर तिल (पुरुष के) – स्वभाव से चतुर किंतु मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध अच्छे नहीं रहते।
अगर नाभि पर तिल हो तो ?
महिलाओं की नाभि में या इसके आसपास – सुखी वैवाहिक जीवन।
पुरुष की नाभि पर बायीं ओर तिल – समृद्ध जीवन और साथ में संतान को भी प्रसिद्धि मिलती है।
अगर पेट पर तिल हो तो ?
पेट पर तिल – हमेशा जोशीला रहता है।
पुरुष के पेट पर दाहिनी ओर तिल – मजबूत आर्थिक पृष्ठभूमि ।
महिलाओं के पेट पर दाहिनी ओर तिल – कमज़ोरी को दर्शाता है।
पेट पर दाहिनी ओर तिल – आमदनी में सुगमता ।
अगर नितंब पर तिल हो तो ?
दोनों नितंब पर तिल – ख़ुशमिजाज़, प्रिय और विश्वास योग्य होते हैं।
दायीं नितंब पर तिल – रचनात्मक और बुद्धिमान ।
बायें नितंब पर तिल – सामान्य आमदनी परंतु जीवन से संतुष्ट होते है।
अगर गुप्तांग पर तिल हो तो ?
गुप्तांग पर तिल – खुले विचार वाले और ईमानदार होते हैं। साथ ही प्रेम प्रसंगयुक्त होते हैं। इनका वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। भौतिक सुख-सुविधाओं की कमी होने पर भी संतुष्ट रहते हैं।
अगर जांघ पर तिल हो तो ?
दायीं जंघा पर तिल – मध्यम स्वभावी और निडर होते हैं।
बायीं जांघ पर तिल – कलात्मक लेकिन आलसी होते है। और अधिक सामाजिक भी नहीं होते ।
अगर घुटने पर तिल हो तो ?
बायें घुटने पर तिल – साहसी और जोखिम उठाने वाले होते हैं। राजा की तरह जीवन जीने वाले होते हैं।
दायें घुटने पर तिल – प्रेमजीवन सफल रहता है। सबसे मित्रवत रहते हैं।
अगर पिण्डली पर तिल हो तो ?
दायीं पिंडली पर तिल – कामयाब और समृद्धिशाली होते हैं। राजनीति में अधिक सक्रिय होते हैं और महिलाओं के द्वारा इन्हें सहयोग मिलता है।
बायीं पिण्डली पर तिल – मेहनती होते हैं। कामकाज के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ती है। और इनके मित्रों भी अधिक होते है।
अगर टाँग पर तिल हो तो ?
टांग पर तिल – बिना सोचे समझें कार्य करते हैं। परिणाम की चिंता नहीं करते हैं। अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं।
अगर टखने पर तिल हो तो ?
दायें टखने पर तिल – सशक्त अनुमान लगाने वाले और बातूनी होते हैं।
बायें टखने पर तिल – अधिक धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं।
अगर पैर पर तिल हो तो ?
दायें पैर पर तिल – अच्छा जीवनसाथी प्राप्त होता है और पारिवारिक जीवन संतोषजनक रहता है।
बायें पैर पर तिल – आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और जीवनसाथी से भी मतभेद रहते हैं।
तलवे पर तिल – स्वास्थ्य संबंधी परेशानी, दुश्मनों से चुनौती का सामना करना पड़ता है।
अगर पैर की उंगलियों पर तिल हो तो ?
पैर की उंगलियों पर तिल – वैवाहिक जीवन सुखी नहीं होता है।