Mahakal Sahasranamavali: रोग मुक्ति और शत्रु नाश के लिये करें महाकाल सहस्रनामावलिः का पाठ। जानियें इसका पाठ करने की विधि और माहात्म्य…

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महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) अर्थात भगवान महाकाल (Lord Mahakal) के एक हजार नाम। यह भगवान महाकाल का बहुत ही दुर्लभ स्तोत्र है। इसमें भगवान महाकाल से सबसे उत्कृष्ट नामों के द्वारा उनकी स्तुति की गई है। यह सबसे गोपनीय और पवित्र है। महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) का नियमित पाठ साधक के जीवन को सुखों से भर देता और उसकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। जानियें कब और कैसे करें श्री महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) का पाठ? पढ़ियें भगवान महाकाल के एक हजार नाम और साथ ही जानिये इनका पाठ करने का महत्व…

Significance Of Reciting 1000 Names Of Mahakal
श्री महाकाल सहस्रनामावलिः का माहात्म्य

महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) अत्यंत ही दुर्लभ और प्रभावशाली है। यह समस्त ब्रह्माण्ड़ का सार है। महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) बहुत ही गुप्त और पवित्र है। इसमें भगवान महाकाल के स्वरूप और गुणों का वर्णन उनके एक हजार उत्कृष्ट नामों के द्वारा किया गया है। इस महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) का नियमित पाठ करने से

  • साधक की समस्त इच्छाएँ की पूर्ति होती है।
  • रोगों का निदान होता है। साधक को उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
  • विद्या की प्राप्ति होती है।
  • अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है।
  • शत्रुओं का विनाश होता है।
  • समस्त ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
  • बड़ी से बड़ी विपत्ति से छुटकारा मिल जाता है।
  • मन के भीतर का अन्धकार दूर होता है। ज्ञान का प्रकाश मिलता है।
  • विचारों में सकारात्मकता आती है।
  • समस्त सिद्धियों की प्राप्ति होती है।
  • जीवन में सत्य का ज्ञान प्राप्त होता है।
  • उत्तम संतान की प्राप्ति होती है। और संतान की सुरक्षा होती है।
  • अपार धन और वैभव की प्राप्ति होती है।
  • कार्य क्षेत्र मे सफलता प्राप्त होती है।
  • सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
  • भगवान महाकाल की भक्ति करने से साधक का जीवन सफल हो जाता है।
  • समस्त पापों का नाश होता है।
  • सौभाग्य में वृद्धि होती है।
  • साधक पर दुष्ट ग्रहों का दुष्प्रभाव नही होता है। और साथ ही विभिन्न ग्रह दोषों का निवारण होता है।
  • सभी प्रकार से भय से मुक्ति मिलती है।
  • मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी होती है।
  • साधक जीवन के समस्त सुख भोगकर अंत में मोक्ष को प्राप्त होता है।

How & When To Recite Shri Mahakal Sahasranamavali?
कब और कैसे करें श्री महाकाल सहस्रनामावलिः का पाठ?

भगवान महाकाल अपने भक्तों पर सदा ही अपनी कृपा की वर्षा करते रहते है। उनकी कृपा के छत्रछाया में उनके भक्त जीवन का आनन्द लेते है। महाकाल अपने भक्तों के द्वारा किये थोडे से प्रयास से ही प्रसन्न हो जाते है।

  • प्रात:काल स्नानादि नित्यक्रिया से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • फिर शिवालय जाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। फिर वही बैठकर भगवान महाकाल का ध्यान करें।
  • पूर्ण श्रद्धा-भक्ति के साथ नियमित रूप से महाकाल सहस्रनामावलिः (Mahakal Sahasranamavali) का पाठ करें।
  • उसके बाद महाकाल की आरती करें।
  • अपनी त्रुटियों और गलतियों के लिये क्षमा माँगें। फिर भगवान महाकाल से अपना मनोरथ कहें।

Shri Mahakal Sahasranamavali
श्री महाकाल सहस्रनामावलिः

ॐ श्रीगणेशाय नमः ।

श्रीः ।

ॐ नमश्चण्डिकायै ।

अथ महाकालसहस्रनाम लिख्यतेऽधुना ।

ॐ ईश्वर उवाच –

अधुना देवि वक्ष्यामि सहस्रनाममुत्तमम् ।
महाकालस्य देवेशि स्तोत्रं परमदुर्लभम् ॥ १॥

सारासारतरं देवि पवित्राणां च पावनम् ।
गुह्यानामपि गुप्तं च सर्वश्रेयस्करं परम् ॥ २॥

सारस्वतप्रदं चैव शत्रुनाशकरं परम् ।
सर्वसम्पत्प्रदं चैव महारोगनिबर्हणम् ।
महोत्पातप्रशमनं मूलविद्यामनोहरम् ॥ ३॥

अस्य श्रीमहाकालसहस्रनामस्तोत्रमहामन्त्रस्य दक्षिणाक ऋषिः ।
विराट्छन्दः । श्रीकालीसहितो महाकालो देवता ।
हूं बीजं, ह्रीं शक्तिः, स्वाहा कीलकं,
धर्मार्थकाममोक्षार्थे जपे पाठे विनियोगः ।

अथ ध्यानम् ।

श्मशानस्थो महारुद्रो महाकालो दिगम्बरः ।
कपालकर्त्तृका वामे शूलं खट्वाङ्गदक्षिणे ॥ १॥

भुजङ्गभूषिताङ्गोऽपि भस्मास्थिमणिमण्डितः ।
ज्वलत्पावकमध्यस्थो भस्मशय्याव्यवस्थितः ॥ २॥

विपरीतरतां तत्र कालिकां हृदयोपरि ।
पेयं खाद्यं च चोष्यं च तौ कृत्वा तु परस्परम् ॥ ३॥

एवं भक्त्या जपेद्देवि सर्वसिद्धिः प्रजायते ।
इति ध्यानम् ।

अथ सहस्रनामावलिः

ॐ महाकालाय नमः ।
ॐ भैरवेशाय नमः ।
ॐ भैरवाय नमः ।
ॐ भीमविक्रमाय नमः ।
ॐ श्मशानशायिने नमः ।
ॐ मांसाशिने नमः ।
ॐ भस्मोद्धूलितविग्रहाय नमः ।
ॐ कपालधारिणे नमः ।
ॐ मुण्डेशिने नमः ।
ॐ शूलधारिणे नमः ।
ॐ त्रिलोचनाय नमः ।
ॐ एकनेत्राय नमः ।
ॐ विरूपाक्षाय नमः ।
ॐ स्वरूपाक्षाय नमः ।
ॐ जितेन्द्रियाय नमः ।
ॐ विकरालाय नमः ।
ॐ कालरूपाय नमः ।
ॐ नागरूपधराय नमः ।
ॐ शिवाय नमः ।
ॐ कालीप्रियाय नमः । २०

ॐ करालाक्षाय नमः ।
ॐ विश्वरूपाय नमः ।
ॐ शत्रुजिते नमः ।
ॐ रुद्रेश्वराय नमः ।
ॐ विघ्ननाशकाय नमः ।
ॐ भयनाशकाय नमः ।
ॐ प्रभाकराय नमः ।
ॐ त्रिलोकेशाय नमः ।
ॐ दक्षरूपाय नमः ।
ॐ शान्ताय नमः ।
ॐ शान्तजनप्रियाय नमः ।
ॐ उग्राय नमः ।
ॐ कपालिने नमः ।
ॐ कौमारिणे नमः ।
ॐ शत्रुनाशकराय नमः ।
ॐ मृडाय नमः ।
ॐ शिपिविष्टाय नमः ।
ॐ विश्वनथाय नमः ।
ॐ स्वामीशाय नमः ।
ॐ नीललोहिताय नमः । ४०

ॐ गङ्गाधराय नमः ।
ॐ ललटाक्षाय नमः ।
ॐ कालकालाय नमः ।
ॐ कृपानिधये नमः ।
ॐ भीमाय नमः ।
ॐ परशुहस्ताय नमः ।
ॐ मृगपाणये नमः ।
ॐ जटाधराय नमः ।
ॐ मृडाय नमः ।
ॐ पशुपतये नमः ।
ॐ देवाय नमः ।
ॐ महादेवाय नमः ।
ॐ अव्ययाय नमः ।
ॐ हरये नमः ।
ॐ पूषादन्तभिदे नमः ।
ॐ अव्यग्राय नमः ।
ॐ दक्षाध्वरहराय नमः ।
ॐ हराय नमः ।
ॐ भगनेत्रभिदे अव्यक्षाय नमः ।
ॐ सहस्राक्षाय नमः । ६०

ॐ सहस्रपादे नमः ।
ॐ अपवर्गप्रदाय नमः ।
ॐ अनन्ताय नमः ।
ॐ तारकाय नमः ।
ॐ परमेश्वराय नमः ।
ॐ वमदेवाय नमः ।
ॐ महादेवाय नमः ।
ॐ महापरिवृढाय नमः ।
ॐ दृढाय नमः ।
ॐ विश्वरूपाय नमः ।
ॐ विरूपाक्षाय नमः ।
ॐ वागीशस्तुतिमन्थराय नमः ।
ॐ दर्शाय नमः ।
ॐ पिनाकिने नमः ।
ॐ खट्वाङ्गिने नमः ।
ॐ चित्रवेशाय नमः ।
ॐ चिरन्तनाय नमः ।
ॐ मनोहराय नमः ।
ॐ महत्यागिने नमः ।
ॐ शिरसे नमः । ८०

ॐ बृह्मोङ्गS नमः ।
ॐ धूर्जटये नमः ।
ॐ कालकालाय नमः ।
ॐ कृत्तिवाससे नमः ।
ॐ सुभगाय नमः ।
ॐ प्राणवात्मने नमः ।
ॐ नागचूडाय नमः ।
ॐ सुचक्षुषे नमः ।
ॐ दुर्वाससे नमः ।
ॐ स्मरशासनाय नमः ।
ॐ दृढायुधाय नमः ।
ॐ स्कन्दगुरवे नमः ।
ॐ परमेष्ठिने नमः ।
ॐ परायणाय नमः ।
ॐ त्रिलोचनाय नमः ।
ॐ ज्वलन्नेत्राय नमः ।
ॐ त्रिशिखिने नमः ।
ॐ त्रिलोकपादे नमः ।
ॐ विशलाक्षाय नमः ।
ॐ मृगीन्द्रास्याय नमः । १००

ॐ सुरथाय नमः ।
ॐ सूर्यतापनाय नमः ।
ॐ धर्मधाम्ने नमः ।
ॐ क्षमाक्षेत्राय नमः ।
ॐ भगवते नमः ।
ॐ भगघ्ने नमः ।
ॐ उग्राय नमः ।
ॐ पशुपतये नमः ।
ॐ तार्क्ष्याय नमः ।
ॐ प्रियभर्त्रे नमः ।
ॐ प्रियम्वदाय नमः ।
ॐ दात्रे नमः ।
ॐ दयाकराय नमः ।
ॐ दक्षाय नमः ।
ॐ कपर्दिने नमः ।
ॐ काममर्दनाय नमः ।
ॐ लोककर्त्रे नमः ।
ॐ भूतपतये नमः ।
ॐ महाकर्मणे नमः ।
ॐ महोषधये नमः । १२०

ॐ उत्तराय नमः ।
ॐ गोपतये नमः ।
ॐ गोप्त्रे नमः ।
ॐ ज्ञानगम्याय नमः ।
ॐ पुरातनाय नमः ।
ॐ नीतये नमः ।
ॐ सुनीतये नमः ।
ॐ शुद्धात्मने नमः ।
ॐ सोमाय नमः ।
ॐ सोमरताय नमः ।
ॐ सुधिये नमः ।
ॐ सोमपाय नमः ।
ॐ अमृतपसौम्याय नमः ।
ॐ मोहहारिणे नमः ।
ॐ महाद्युतये नमः ।
ॐ लोककाराय नमः ।
ॐ वेदकाराय नमः ।
ॐ सूत्रकाराय नमः ।
ॐ सनातनाय नमः ।
ॐ महर्षये नमः । १४०

ॐ कपिलाचार्याय नमः ।
ॐ विश्वदीप्तये नमः ।
ॐ विलोचनाय नमः ।
ॐ पिनाकपाणये नमः ।
ॐ भूदेवाय नमः ।
ॐ स्वस्तिकृते नमः ।
ॐ स्वस्तिदायकाय नमः ।
ॐ धात्रिणे नमः ।
ॐ दामकराय नमः ।
ॐ सर्वाय नमः ।
ॐ सर्वज्ञाय नमः ।
ॐ सर्वगोचराय नमः ।
ॐ शाखाय नमः ।
ॐ विशाखाय नमः ।
ॐ गोशाखाय नमः ।
ॐ शिवानेकाय नमः ।
ॐ क्रतूत्तमाय नमः ।
ॐ गङ्गोद्भवोदकाय नमः ।
ॐ भव्याय नमः ।
ॐ पुष्कलाय नमः । १६०

ॐ स्थपतिप्रियाय नमः ।
ॐ विजितात्मने नमः ।
ॐ विधेयात्मने नमः ।
ॐ भूतभावनसारथये नमः ।
ॐ भस्मप्रियाय नमः ।
ॐ भस्मशायिने नमः ।
ॐ कामिने नमः ।
ॐ कान्ताय नमः ।
ॐ कृतागमाय नमः ।
ॐ क्षमायुक्ताय नमः ।
ॐ निर्वृतात्मने नमः ।
ॐ धर्मयुक्ताय नमः ।
ॐ सदाशिवाय नमः ।
ॐ चतुर्मुखाय नमः ।
ॐ चतुर्बाहवे नमः ।
ॐ सर्वावासाय नमः ।
ॐ दुरासदाय नमः ।
ॐ दुर्लभाय नमः ।
ॐ दुर्गमाय नमः ।
ॐ दुर्गाय नमः । १८०

ॐ सर्वायुधविशारदाय नमः ।
ॐ शुभाङ्गाय नमः ।
ॐ योगसारङ्गाय नमः ।
ॐ जगदीशाय नमः ।
ॐ जनार्दनाय नमः ।
ॐ भस्मशुद्धिकराय नमः ।
ॐ मेरुरोलम्बिने नमः ।
ॐ शुद्धविग्रहाय नमः ।
ॐ हिरण्यरेतसे नमः ।
ॐ तरणये नमः ।
ॐ भस्माङ्गाय नमः ।
ॐ भस्मरूपधृशे नमः ।
ॐ महाहृदाय नमः ।
ॐ महागर्त्ताय नमः ।
ॐ सिद्धवृन्दारवन्दिताय नमः ।
ॐ अमृतेशाय नमः ।
ॐ अमृतवपवे नमः ।
ॐ दण्डाय नमः ।
ॐ दमयित्रे नमः ।
ॐ दमाय नमः । २००

ॐ तपस्विने नमः ।
ॐ तारकाय नमः ।
ॐ धीमते नमः ।
ॐ प्रधानप्रभवाय नमः ।
ॐ अव्ययाय नमः ।
ॐ राहवे नमः ।
ॐ सूर्याय नमः ।
ॐ शनये नमः ।
ॐ केतवे नमः ।
ॐ विरामाय नमः ।
ॐ विद्रुमाय नमः ।
ॐ छवये नमः ।
ॐ भक्तिगम्याय नमः ।
ॐ परम्ब्रह्मणे नमः ।
ॐ परमात्मने नमः ।
ॐ जगत्प्रभवे नमः ।
ॐ सर्वकामावलम्बाय नमः ।
ॐ मङ्गल्याय नमः ।
ॐ मङ्गलावृताय नमः ।
ॐ महातपसे नमः । २२०

ॐ दीर्घतपसे नमः ।
ॐ स्थविष्ठाय नमः ।
ॐ स्थविराय नमः ।
ॐ ध्रुवाय नमः ।
ॐ अह्ने नमः ।
ॐ संवत्सराय नमः ।
ॐ व्याप्तये नमः ।
ॐ प्रणामाय नमः ।
ॐ परमाय नमः ।
ॐ तपसे नमः ।
ॐ संवत्सरकराय नमः ।
ॐ मन्त्राय नमः ।
ॐ प्रत्ययाय नमः ।
ॐ सर्वदर्शनाय नमः ।
ॐ अजाय नमः ।
ॐ सर्वेश्वराय नमः ।
ॐ सिद्धाय नमः ।
ॐ महारेतसे नमः ।
ॐ महाबलाय नमः ।
ॐ योगयोग्याय नमः । २४०

ॐ महादेवाय नमः ।
ॐ सर्वादिसिद्धये नमः ।
ॐ अग्निदाय नमः ।
ॐ वसवे नमः ।
ॐ वसुमनसे नमः ।
ॐ सत्याय नमः ।
ॐ सर्वपापहराय नमः ।
ॐ मृडाय नमः ।
ॐ अमृताय नमः ।
ॐ शाश्वताय नमः ।
ॐ शान्ताय नमः ।
ॐ वीणाहस्ताय नमः ।
ॐ प्रतापवते नमः ।
ॐ कमण्डलुधराय नमः ।
ॐ दर्विने नमः ।
ॐ वेदाङ्गाय नमः ।
ॐ वेदविदे नमः ।
ॐ मुनये नमः ।
ॐ भ्राजिष्णवे नमः ।
ॐ भोजनाय नमः । २६०

ॐ भोक्त्रे नमः ।
ॐ लोकनेत्राय नमः ।
ॐ पुरन्दराय नमः ।
ॐ अतीन्द्रियाय नमः ।
ॐ महामयाय नमः ।
ॐ सर्वावस्थायै नमः ।
ॐ चतुष्पथाय नमः ।
ॐ कालयोगिने नमः ।
ॐ महायोगिने नमः ।
ॐ महोत्साहाय नमः ।
ॐ महाबलाय नमः ।
ॐ महाबुद्धये नमः ।
ॐ महावीर्याय नमः ।
ॐ भूतचारिणे नमः ।
ॐ पुरन्दराय नमः ।
ॐ निशाचराय नमः ।
ॐ प्रेतचारिणे नमः ।
ॐ भूतपाय नमः ।
ॐ योगिनीपतये नमः ।
ॐ दैत्यप्रियाय नमः । २८०

ॐ नृत्तचित्ताय नमः ।
ॐ दैत्यानाशकराय नमः ।
ॐ पराय नमः ।
ॐ दुर्लभाय नमः ।
ॐ दुर्जयाय नमः ।
ॐ शत्रुबलजिते नमः ।
ॐ बलवत्सखाय नमः ।
ॐ प्रेजश्वराय नमः ।
ॐ कलानाथाय नमः ।
ॐ शेषशायिने नमः ।
ॐ विलोचनाय नमः ।
ॐ उन्मत्तनेत्राय नमः ।
ॐ कपिलाय नमः ।
ॐ धूसराय नमः ।
ॐ धूम्रलोचनाय नमः ।
ॐ रक्तप्रियाय नमः ।
ॐ रक्तनेत्राय नमः ।
ॐ वक्रतुण्डपित्रे नमः ।
ॐ वशिने नमः ।
ॐ भूतेशाय नमः । ३००

ॐ भूतनाथाय नमः ।
ॐ भूतभैरवपालकाय नमः ।
ॐ प्रेतालयाय नमः ।
ॐ प्रेतभूमिपालकाय नमः ।
ॐ रक्षकप्रियाय नमः ।
ॐ रावस्थाय नमः ।
ॐ चितास्थाय नमः ।
ॐ चिताधूम्रप्रपालकाय नमः ।
ॐ यक्षेशाय नमः ।
ॐ यक्षराजे नमः ।
ॐ गुह्याय नमः ।
ॐ यक्षभैरवसेविताय नमः ।
ॐ यज्ञकर्त्रे नमः ।
ॐ यज्ञेशाय नमः ।
ॐ यज्ञसुन्दरपालकाय नमः ।
ॐ देवदत्तस्वरूपात्मने नमः ।
ॐ देवानां प्रियकारकाय नमः ।
ॐ भूतेश्वराय नमः ।
ॐ भूतदेहाय नमः ।
ॐ भूतनाथसुखाश्रयाय नमः । ३२०

ॐ आकाशगामिने नमः । ॐ भ्राजिष्णवे नमः । ॐ देवाय नमः ।
ॐ मानुषभक्षकाय नमः । ॐ इष्टाय नमः । ॐ विशिष्टाय नमः ।
ॐ शिष्टेष्टाय नमः । ॐ शरभाय नमः । ॐ शलभाय नमः ।
ॐ धनुषे नमः । ॐ अपां निधये नमः । ॐ अधिष्ठानाय नमः ।
ॐ विजयाय नमः । ॐ जयकालविदे नमः । ॐ प्रतिष्ठिताय नमः ।
ॐ प्रमाणज्ञाय नमः । ॐ हिरण्यकवचाय नमः । ॐ हरये नमः ।
ॐ विमोचितासुरगणाय नमः । ॐ विद्येशाय नमः । ३४०

ॐ विद्युताश्रिताय नमः । ॐ बलरूपाय नमः । ॐ बलोन्माथिने नमः ।
ॐ विहिताय नमः । ॐ गुहराय ? नमः । ॐ गुहाय नमः ।
ॐ करणाय नमः । ॐ कारणाय नमः । ॐ कर्त्रे नमः ।
ॐ सर्वबन्धविमोचिताय नमः । ॐ व्यवसायाय नमः । ॐ व्यवस्थानाय नमः ।
ॐ स्वानन्दाय नमः । ॐ जगदादृताय नमः । ॐ दुर्लभाय नमः ।
ॐ ललिताय नमः । ॐ विश्वाय नमः । ॐ भावात्मने नमः ।
ॐ आत्मनिसंस्थिताय नमः । ॐ वीरेश्वराय नमः । ३६०

ॐ वीरभद्राय नमः । ॐ वीरासनविधये नमः । ॐ विराजे नमः ।
ॐ वीरचूडामणये नमः । ॐ वेत्त्रे नमः । ॐ तीव्रानन्दाय नमः ।
ॐ नटीश्वराय नमः । ॐ मज्जाधराय नमः । ॐ त्रिशूलाङ्काय नमः ।
ॐ शिपिविष्टाय नमः । ॐ शिवाश्रयाय नमः । ॐ वालखिल्याय नमः ।
ॐ माहाश्चर्याय नमः । ॐ तिग्मांशवे नमः । ॐ बलिभिदे नमः ।
ॐ खगाय नमः । ॐ अभिरामाय नमः । ॐ शरण्याय नमः ।
ॐ ब्रह्मण्याय नमः । ॐ सुधामराजे नमः । ३८०

ॐ मघवते नमः । ॐ कौशिकाय नमः । ॐ धीमते नमः ।
ॐ विरामाय नमः । ॐ सर्वशासनाय नमः । ॐ ललाटाक्षाय नमः ।
ॐ पिङ्गदेहाय नमः । ॐ सर्वसंसारचक्रभृते नमः । ॐ अमोघदण्डमध्यस्थाय नमः ।
ॐ हिरण्यब्रह्मवर्चसिने नमः । ॐ परमार्थाय नमः । ॐ परपदाय नमः ।
ॐ शम्भराय नमः । ॐ व्यग्रकाय ? नमः । ॐ पराय नमः ।
ॐ रवये नमः । ॐ विरोचनाय नमः । ॐ स्कन्धाय नमः ।
ॐ शास्त्रे नमः । ॐ वैवस्वताय नमः । ४००

ॐ यमाय नमः । ॐ भक्तये नमः । ॐ उन्नतकीर्तये नमः ।
ॐ शान्तरागाय नमः । ॐ पराजयाय नमः । ॐ कैलसपतिकावर्णाय नमः ।
ॐ सवित्रे नमः । ॐ रविलोचनाय नमः । ॐ सूर्याय नमः ।
ॐ तपाय नमः । ॐ शचीनाथाय नमः । ॐ दिननाथाय नमः ।
ॐ प्रतापवते नमः । ॐ भीषणाय नमः । ॐ भाराक्रान्ताय नमः ।
ॐ महोग्राय नमः । ॐ विश्वरूपधृचे नमः । ॐ अक्रूराय नमः ।
ॐ क्रूररूपाय नमः । ॐ कमनीयाय नमः । ४२०

ॐ कलानिधये नमः । ॐ नित्याय नमः । ॐ नियतकल्याणाय नमः ।
ॐ पुण्यश्रवणकीर्त्तनाय नमः । ॐ दुरामेध्याय नमः । ॐ विश्वसहाय नमः ।
ॐ ध्येयाय नमः । ॐ दुस्स्वप्ननाशनाय नमः । ॐ उत्तारकाय नमः ।
ॐ दुष्कृतघ्ने नमः । ॐ दुर्विषाय नमः । ॐ विहरोदयाय ? नमः ।
ॐ मतादिभूर्भुवाय नमः । ॐ लक्ष्म्यै नमः । ॐ किरीटिने नमः ।
ॐ त्रिदशाधिपाय नमः । ॐ विश्वगोप्त्रे नमः । ॐ विश्वकर्त्रे नमः ।
ॐ सुवीराय नमः । ॐ रुचिराङ्गदाय नमः । ४४०

ॐ पद्ममेरवे नमः । ॐ पद्मगर्भाय नमः । ॐ विश्वगर्भाय नमः ।
ॐ विचक्षणाय नमः । ॐ परावरज्ञाय नमः । ॐ वीरेशाय नमः ।
ॐ सुमुखाय नमः । ॐ सुमुखस्वताय नमः । ॐ देवासुरगुरवे नमः ।
ॐ देवाय नमः । ॐ देवासुरनमस्कृताय नमः । ॐ देवादिदेवाय नमः ।
ॐ देवेशाय नमः । ॐ देवासुरमहेश्वराय नमः । ॐ सर्वदेवमयाय नमः ।
ॐ अचिन्त्याय नमः । ॐ देवतान्तस्समुद्भवाय नमः । ॐ ईड्याय नमः ।
ॐ अनीशाय नमः । ॐ सुव्यग्राय नमः । ४६०

ॐ देवसिंहाय नमः । ॐ दयाकराय नमः । ॐ नन्दिने नमः ।
ॐ नन्दीश्वराय नमः । ॐ नग्नाय नमः । ॐ नम्राय नमः ।
ॐ व्रतधराय नमः । ॐ शुचये नमः । ॐ लिङ्गाध्यक्षाय नमः ।
ॐ सुराध्यक्षाय नमः । ॐ युगरूपाय नमः । ॐ युगावहाय नमः ।
ॐ स्ववशाय नमः । ॐ स्वर्गतास्वर्याय नमः । ॐ सारस्वतमहास्वताय नमः ।
ॐ सर्वभूतमहाम्भोधाय नमः । ॐ सर्वभूतमहेश्वराय नमः । ॐ श्मशाननिलयाय नमः ।
ॐ त्वष्ट्रे नमः । ॐ केतवे नमः । ४८०

ॐ अप्रतिमाकृतये नमः । ॐ लोकोत्तराय नमः । ॐ स्फुटालोकय नमः ।
ॐ त्र्यम्बकाय नमः । ॐ नगभूषणाय नमः । ॐ अन्धकारसुखद्वेष्टिने नमः ।
ॐ विश्मुकाय ? नमः । ॐ अधर्मपातनाय नमः । ॐ वीतदोषाय नमः ।
ॐ त्रयगुणैर्दक्षारिपूतदन्तभिदे नमः । ॐ धूर्जटये नमः । ॐ खण्डपरशवे नमः ।
ॐ रागाङ्गाय नमः । ॐ विमृडाय नमः । ॐ नराय नमः ।
ॐ पूर्णाय नमः । ॐ पूरयित्रे नमः । ॐ पुण्याय नमः ।
ॐ सुकुमाराय नमः । ॐ सुलोचनाय नमः । ५००

ॐ बान्धवाय नमः । ॐ बन्धुकर्मणे नमः । ॐ स्वबन्धनविमोचकाय नमः ।
ॐ यज्ञारये नमः । ॐ कामारये नमः । ॐ महादंष्ट्राय नमः ।
ॐ सायुधाय नमः । ॐ बहवे नमः । ॐ अनिन्दिताय नमः ।
ॐ शर्वाय नमः । ॐ शङ्कराय नमः । ॐ शम्बराय नमः ।
ॐ धराय नमः । ॐ अमरेशाय नमः । ॐ महादेवाय नमः ।
ॐ विश्वरूपाय नमः । ॐ सुरारिघ्ने नमः । ॐ निवृत्तये नमः ।
ॐ अहिर्बुध्न्याय नमः । ॐ चेकितानाय नमः । ५२०

ॐ हरये नमः । ॐ प्रजैकपार्श्वाय नमः । ॐ कापालिने नमः ।
ॐ त्रिरङ्कुराय नमः । ॐ जिताशिषाय नमः । ॐ धन्वन्तरये नमः ।
ॐ धूम्रकेतवे नमः । ॐ स्कन्दाय नमः । ॐ वैश्रवणाय नमः ।
ॐ दात्रे नमः । ॐ शक्ताय नमः । ॐ विष्णवे नमः ।
ॐ मित्राय नमः । ॐ त्वष्ट्रे नमः । ॐ ध्रुवाय नमः ।
ॐ वसवे नमः । ॐ प्रभोग्राय नमः । ॐ सर्वगाय नमः ।
ॐ वयवे नमः । ॐ अनामसहिताय नमः । ५४०

ॐ रवये नमः । ॐ उदयाय नमः । ॐ विधात्रे नमः ।
ॐ मान्धात्रे नमः । ॐ भूतभावनाय नमः । ॐ अतितीक्ष्णाय नमः ।
ॐ वागीशाय नमः । ॐ सर्वकामगुणावहाय नमः । ॐ पद्मवक्त्राय नमः ।
ॐ महाचक्त्राय नमः । ॐ चन्द्रवक्त्राय नमः । ॐ मनोरमाय नमः ।
ॐ वलवते नमः । ॐ शान्ताय नमः । ॐ पुराणपुण्यचञ्चुरिणे नमः ।
ॐ कुरुकर्त्रे नमः । ॐ कालरूपिणे नमः । ॐ कुरुभूताय नमः ।
ॐ महेश्वराय नमः । ॐ सर्वेशानाय नमः । ५६०

ॐ दर्भशायिने नमः । ॐ सर्वेषां प्राणिनां पतये नमः । ॐ देवदेवमुखासक्ताय नमः ।
ॐ सते नमः । ॐ असते नमः । ॐ सर्वरत्नजिते नमः ।
ॐ कैलासशिखरारूढाय नमः । ॐ हिमवद्गिरिसंश्रयाय नमः । ॐ कुलाहारिणे नमः ।
ॐ कुलोकर्त्रे नमः । ॐ बहुबीजाय नमः । ॐ बहुप्रदाय नमः ।
ॐ वाणिज्यवर्धनाय नमः । ॐ वृद्धाय नमः । ॐ नकुलाय नमः ।
ॐ दरच्छदाय नमः । ॐ सारग्रीवाय नमः । ॐ महाराजरलोलाय नमः ।
ॐ महौषधाय नमः । ॐ सिद्धार्थकारिणे नमः । ५८०

ॐ सिद्धार्थाय नमः । ॐ छन्दसे नमः । ॐ व्याकरणाय नमः ।
ॐ सिंहनादाय नमः । ॐ सिंहदंष्ट्राय नमः । ॐ सिंहगाय नमः ।
ॐ सिंहवाहनाय नमः । ॐ प्रभावात्मने नमः । ॐ जगत्कर्त्रे नमः ।
ॐ तालिने नमः । ॐ लोकहिताय नमः । ॐ तरवे नमः ।
ॐ सारङ्गाय नमः । ॐ वक्त्राङ्गाय नमः । ॐ केतुमलिने नमः ।
ॐ स्वभावनाय नमः । ॐ भूताशयाय नमः । ॐ भूतपतये नमः ।
ॐ अहोरात्रिमुनिन्दिताय नमः । ॐ वासवाय नमः । ६००

ॐ सर्वभूतानां निलयाय नमः । ॐ विभवे नमः । ॐ भुवाय नमः ।
ॐ अमोघाय नमः । ॐ सङ्गताय नमः । ॐ ज्याश्वाय नमः ।
ॐ योजनाय नमः । ॐ प्राणधारणाय नमः । ॐ धृतिमते नमः ।
ॐ धर्मधृशे नमः । ॐ दक्षाय नमः । ॐ संस्कृताय नमः ।
ॐ युगाधिपाय नमः । ॐ गोपालाय नमः । ॐ गोयुधि ग्राह्याय नमः ।
ॐ गोचर्मवसनाय नमः । ॐ हराय नमः । ॐ हिरण्यबाहवे नमः ।
ॐ गुरुपालप्रवेशिताय नमः । ॐ प्रतिष्ठायै नमः । ६२०

ॐ महाहर्षाय नमः । ॐ जितकामाय नमः । ॐ जितेन्द्रियाय नमः ।
ॐ गान्धाराय नमः । ॐ सुरालाय नमः । ॐ तपःकर्मरतये नमः ।
ॐ वराय नमः । ॐ महागीताय नमः । ॐ महानृत्याय नमः ।
ॐ अप्सरोगणसेविताय नमः । ॐ महाकेतवे नमः । ॐ धनुषे नमः ।
ॐ धात्रे नमः । ॐ नैकतालाय नमः । ॐ चराचराय नमः ।
ॐ अवेदनीयाय नमः । ॐ आवेशाय नमः । ॐ सर्वगन्धाय नमः ।
ॐ सुखावहाय नमः । ॐ तोरणाय नमः । ६४०

ॐ स्तूरणाय नमः । ॐ वायवे नमः । ॐ परिधावति चैकताय नमः ।
ॐ संयोगाय नमः । ॐ वर्द्धनाय नमः । ॐ वृद्धाय नमः ।
ॐ महावृद्धाय नमः । ॐ गणाधिपाय नमः । ॐ वसवे नमः ।
ॐ आवर्द्धनाय नमः । ॐ वृद्धाय नमः । ॐ नित्यश्रेष्ठाय नमः ।
ॐ महापथाय नमः । ॐ शिरोहारिणे नमः । ॐ विमर्शिने नमः ।
ॐ सर्वलक्षणलक्षिताय नमः । ॐ अक्षराय नमः । ॐ अक्षराय नमः ।
ॐ योगिने नमः । ॐ सर्वयोगिने नमः । ६६०

ॐ महाबलाय नमः । ॐ समाप्रायाय नमः । ॐ समाप्रायतीर्थदेवाय नमः ।
ॐ महाद्युतये नमः । ॐ निर्जीवाय नमः । ॐ जीवनाय नमः ।
ॐ मन्दाय नमः । ॐ निन्दाय नमः । ॐ वटुककर्कशाय नमः ।
ॐ रत्नप्रभूताय नमः । ॐ रत्नाङ्गाय नमः । ॐ महार्णवनिनादभृते नमः ।
ॐ मूलाय नमः । ॐ विशाखाय नमः । ॐ अमृताय नमः ।
ॐ व्यक्ताव्यक्ताय नमः । ॐ तपोनिधये नमः । ॐ आरोहणाय नमः ।
ॐ निरोहाय नमः । ॐ शैलहारिणे नमः । ६८०

ॐ महातपसे नमः । ॐ मीनकल्पाय नमः । ॐ महाकल्पाय नमः ।
ॐ युगायुगहराय नमः । ॐ हरये नमः । ॐ युगरूपाय नमः ।
ॐ महारूपाय नमः । ॐ पवनाय नमः । ॐ गहनाय नमः ।
ॐ नगाय नमः । ॐ न्यायनिर्वापणाय नमः । ॐ पादपरिताय नमः ।
ॐ अचलोपमाय नमः । ॐ बहुमालाय नमः । ॐ महामालाय नमः ।
ॐ सुमालाय नमः । ॐ बहुलोचनाय नमः । ॐ विस्ताराय नमः ।
ॐ लवणाकाराय नमः । ॐ कुसुमाय नमः । ७००

ॐ सफलोदयाय नमः । ॐ वृषभाय नमः । ॐ वृषभोग्राङ्गाय नमः ।
ॐ मणिजिह्वाय नमः । ॐ जटाधराय नमः । ॐ दण्डाय नमः ।
ॐ विसर्गाय नमः । ॐ सुमुखाय नमः । ॐ सदासर्वायुधासहाय नमः ।
ॐ निवेशनाय नमः । ॐ सुधन्वने नमः । ॐ युगाधाराय नमः ।
ॐ महाहनवे नमः । ॐ गन्धमालिने नमः । ॐ भगवते नमः ।
ॐ सर्वकर्मणां उत्पाताय नमः । ॐ मन्थानाय नमः । ॐ बहुलाय नमः ।
ॐ बाहवे नमः । ॐ सकलाय नमः । ७२०

ॐ सर्वलोचनाय नमः । ॐ नरस्तालिने नमः । ॐ करस्तालिने नमः ।
ॐ दुष्टसंहननाय नमः । ॐ महते नमः । ॐ छन्नपत्राय नमः ।
ॐ सुविख्याताय नमः । ॐ भवते सर्वलोकाश्रयाय नमः । ॐ मुण्डाय नमः ।
ॐ विरूपबहुलाय नमः । ॐ चण्डमुण्डाय नमः । ॐ विकर्षणाय नमः ।
ॐ हर्यक्षाय नमः । ॐ ककुभाय नमः । ॐ यत्नाय नमः ।
ॐ दीप्तजिह्वाय नमः । ॐ सहस्रपादे नमः । ॐ सहस्रमूर्ध्ने नमः ।
ॐ देवेन्द्राय नमः । ॐ सर्वदेवमयाय नमः । ७४०

ॐ गुरवे नमः । ॐ सहस्रबाहवे नमः । ॐ सूर्याग्राय नमः ।
ॐ स्वाराण्यां सर्वलोककृते नमः । ॐ त्रिपत्राय नमः । ॐ त्रिमधवे नमः ।
ॐ मन्त्राय नमः । ॐ कनिष्टाय नमः । ॐ कृष्णपिङ्गलाय नमः ।
ॐ ब्रह्मदण्डविनिर्घात्रे नमः । ॐ शतघ्निने नमः । ॐ शतपाशभृते नमः ।
ॐ पद्मगर्भाय नमः । ॐ महागर्भाय नमः । ॐ वज्रगर्भाय नमः ।
ॐ जलोद्भवाय नमः । ॐ गभस्तिने नमः । ॐ ब्रह्मकृते नमः ।
ॐ ब्रह्मणे नमः । ॐ ब्रह्मकृते नमः । ७६०

ॐ ग्राहिणाय नमः । ॐ गतये नमः । ॐ ऊर्द्ध्वगात्मने नमः ।
ॐ पशुपतये नमः । ॐ वातरंहाय नमः । ॐ मनोजवाय नमः ।
ॐ अनन्तरूपाय नमः । ॐ नैकात्मने नमः । ॐ तिग्मतेजसे नमः ।
ॐ आत्मसम्भवाय नमः । ॐ पद्मजाय नमः । ॐ पद्ममालाग्र्याय नमः ।
ॐ त्वगन्याय नमः । ॐ अन्तरगाय नमः । ॐ अन्तताय नमः ।
ॐ कर्णिकारमहास्रग्विने नमः । ॐ नीलनौमिने नमः । ॐ पिनाकधृषे नमः ।
ॐ सर्वपार्श्वमुखाय नमः । ॐ तार्क्ष्याय नमः । ७८०

ॐ धर्मसाधारणाय नमः । ॐ धराय नमः । ॐ चराचरात्मने नमः ।
ॐ सूर्यात्मने नमः । ॐ स्ववृषाय नमः । ॐ गोवृषेश्वराय नमः ।
ॐ साध्याय नमः । ॐ सुराध्यक्षाय नमः । ॐ विवस्वते नमः ।
ॐ सवित्रे नमः । ॐ सृताय नमः । ॐ न्यायसर्वस्याय नमः ।
ॐ सम्क्षेपाय नमः । ॐ विस्तारपरमोदयाय नमः । ॐ कालीपतये नमः ।
ॐ उमाकान्ताय नमः । ॐ जाह्नव्यै नमः । ॐ त्रिदशांवराय नमः ।
ॐ वराय नमः । ॐ वराहाय नमः । ८००

ॐ वरदाय नमः । ॐ वनेशाय नमः । ॐ महास्वनाय नमः ।
ॐ महाप्रसादाय नमः । ॐ अनघाय नमः । ॐ शत्रुघ्ने नमः ।
ॐ श्वेतपिङ्गलाय नमः । ॐ प्रीतात्मने नमः । ॐ प्रीयतात्मने नमः ।
ॐ संयतात्मने नमः । ॐ प्रधानधृषे नमः । ॐ ऋतवे नमः ।
ॐ संवत्सराय नमः । ॐ मासाय नमः । ॐ पक्षाय नमः ।
ॐ संस्थायै नमः । ॐ ससायकाय नमः । ॐ कलाकाष्ठायै नमः ।
ॐ लवायै नमः । ॐ मात्रायै नमः । ८२०

ॐ मुहूर्त्त्रायै नमः । ॐ रक्षपक्षणाय नमः । ॐ विश्वक्षेत्राय नमः ।
ॐ प्रभायै नमः । ॐ बीजलिङ्गाय नमः । ॐ आद्याय नमः ।
ॐ अनिर्मिताय नमः । ॐ सते नमः । ॐ असते नमः ।
ॐ व्यक्ताय नमः । ॐ अव्यक्ताय नमः । ॐ पित्रे नमः ।
ॐ मात्रे नमः । ॐ पितामहाय नमः । ॐ स्वर्गद्वाराय नमः ।
ॐ प्रजाद्वाराय नमः । ॐ मोक्षद्वाराय नमः । ॐ त्रिविष्टपाय नमः ।
ॐ निर्वाणाय नमः । ॐ ह्लादनाय नमः । ८४०

ॐ ब्रह्मलोकपरागतये नमः । ॐ देवासुरविनिर्मात्रे नमः । ॐ देवासुरपरयणाय नमः ।
ॐ देवासुरगुरवे देवाय नमः । ॐ देवासुरनमस्कृताय नमः । ॐ देवासुरमहामात्राय नमः ।
ॐ देवासुरमहाश्रयाय नमः । ॐ देवासुरगणाध्यक्षाय नमः । ॐ देवासुरगणाग्रण्ये नमः ।
ॐ देवादिदेवाय नमः । ॐ देवार्षये नमः । ॐ देवासुरसुपूजिताय नमः ।
ॐ देवासुरेश्वराय नमः । ॐ देवाय नमः । ॐ देवासुरमहेश्वराय नमः ।
ॐ सर्वदेवमयाय नमः । ॐ अचिन्त्याय नमः । ॐ दैवताय नमः ।
ॐ आत्मसम्भवाय नमः । ॐ उद्भवाय नमः । ८६०

ॐ विक्रमाय नमः । ॐ वैद्याय नमः । ॐ विरजाय नमः ।
ॐ विरजां वराय नमः । ॐ दग्राय नमः । ॐ हस्तिने नमः ।
ॐ सुरव्याघ्राय नमः । ॐ देवसिंहाय नमः । ॐ नरर्षभाय नमः ।
ॐ विबुधाग्रचराय नमः । ॐ श्रेष्ठाय नमः । ॐ सर्वदेवोत्तमोत्तमाय नमः ।
ॐ गुरवे नमः । ॐ कान्ताय नमः । ॐ अजिताय नमः ।
ॐ सर्गाय नमः । ॐ पवित्राय नमः । ॐ सर्ववाहनाय नमः ।
ॐ प्रयुक्ताय नमः । ॐ शोभनाय नमः । ८८०

ॐ वक्त्राय नमः । ॐ देवेशाय नमः । ॐ प्रभवे नमः ।
ॐ अव्ययाय नमः । ॐ श‍ृङ्गाय नमः । ॐ श‍ृङ्गप्रदाय नमः ।
ॐ बभ्रवे नमः । ॐ राजराजाय नमः । ॐ निरामयाय नमः ।
ॐ अविरामाय नमः । ॐ सुरगणाय नमः । ॐ विरामाय नमः ।
ॐ सर्वसाधनाय नमः । ॐ ललाटाक्षाय नमः । ॐ विश्वदेहाय नमः ।
ॐ हरण्यै नमः । ॐ ब्रह्मवर्चसिने नमः । ॐ स्थावराणां पतये नमः ।
ॐ नियमेन्द्रियवर्धनाय नमः । ॐ सिद्धार्थाय नमः । ९००

ॐ सर्वभूतार्थाय नमः । ॐ नित्याय नमः । ॐ सत्यव्रताय नमः ।
ॐ शुचये नमः । ॐ व्रतादिपरमाय नमः । ॐ ब्रह्मणे नमः ।
ॐ मुक्तानां परमागतये नमः । ॐ विमुक्ताय नमः । ॐ दीप्ततेजसे नमः ।
ॐ श्रीमते नमः । ॐ श्रीवर्धनाय नमः । ॐ अग्रजाय नमः ।
ॐ श्मशानकालाय नमः । ॐ देवेशाय नमः । ॐ भूतेशाय नमः ।
ॐ प्रमथाधिपाय नमः । ॐ भद्ररूपाय नमः । ॐ कालदेवाय नमः ।
ॐ भूतसंहारकारकाय नमः । ॐ कालीनाथाय नमः । ९२०

ॐ भूतनाथाय नमः । ॐ शर्वाय नमः । ॐ पशुपतये नमः ।
ॐ मृडाय नमः । ॐ भद्रनाथाय नमः । ॐ कालीनाय नमः ।
ॐ सर्वभक्षकभक्षकाय नमः । ॐ सृष्टिस्थितिस्थरूपाय नमः । ॐ भूतभृते नमः ।
ॐ भूतभावनाय नमः । ॐ माम्साशनाय नमः । ॐ बहुरूपाय नमः ।
ॐ क्रूररूपाय नमः । ॐ कपालभृते नमः । ॐ सर्वेश्वराय नमः ।
ॐ सर्वरुद्राय नमः । ॐ कालीकमलमध्यगाय नमः । ॐ द्रीं द्रीं हूं हूं कलरूपाय नमः ।
ॐ चिन्तामण्डलमध्यगाय नमः । ॐ क्रीं क्रीं हूं हूं मुण्डधारिणे नमः । ९४०

ॐ मुण्डमालाधराय नमः ।
ॐ शिवाय नमः । ९४२

इति श्रीविश्वसारे कालीसर्वस्वे महाकलसहस्रनामस्तोत्राधारा श्रीमहाकालसहस्रनामावलिः समाप्त ।