सायं दीप स्तुति मन्त्र (Saaye Deep Stuti Mantra)

सायं ज्योतिः परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दनः ।
दीपो हरतु मे पापं सन्ध्यादीप नमोऽस्तु ते ।।
शुभं करोतु कल्याणं आरोग्यं सुखसम्पदाम् ।
मम बुद्धिप्रकाशं च दीपज्योतिर्नऽस्तु ते ।।

सायं काल के समय जब भगवान के मंदिर में दीपक प्रज्जवलित करें तब इस मंत्र का उच्चारण करें।

भावार्थ:- हे प्रभो! जिस प्रकार दीपक के प्रकाश से अंधकार का नाश होता है उसी प्रकार आप मेरे पापों का भी नाश करों। मेरा कल्याण हो, मुझे आरोग्य, सुख सम्पति और बुद्धि प्रदान करों।