• कभी भी मंगलवार के दिन किसी से कर्ज न लें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती है और घर में स्थाई रूप से कर्ज का निवास हो जाता है।
• कभी भी बुधवार के दिन किसी को कर्ज न दें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी अप्रसन्न हो जाती है, लगातार ऐसा करने पर उस घर को छोड़ कर चली जाती हैं।
• कभी कमल के फूल, बिल्वपत्र को न लांघे और ना ही पैरों से कुचले। क्योकि ऐसा करने पर माँ लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती है।
• घर के ईशान कोण में शौचालय और रसोईघर कभी ना बनाये क्योकि ऐसा करने से माँ लक्ष्मी उस घर से मुंह मोड़ लेती है। घर मे कर्ज का वास हो जाता है और साथ ही रोग एवं आर्थिक हानि भी दुखी करते हैं।
• कभी भी ब्रह्म स्थान में जूठन और गंदगी न फैलायें तथा ना कभी गड्डा करें। ऐसा करने वालों को माँ लक्ष्मी क्षमा नही करती। और वो उन लोगो को अपनी कृपा-दृष्टि से वंचित कर देती है।
• कभी भी निर्वस्त्र होकर स्नान न करें, नदियों व तालाबों के जल में मल-मूत्र त्यागकर उसे दूषित न करें। ऐसा करने वालों को माँ लक्ष्मी कर्ज में जीने के लिये छोड़ देती हैं।
• कभी भी भूमि-भवन की दीवारों पर बिना आवश्यकता के न लिखें और ना ही बासी अन्न रखें। ऐसा करने वालों पर माँ लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं।
• कभी भी पैर से पैर को रगड़ कर न धोयें, हमेशा मेहमानों का सम्मान करें है, गरीबों पर दया करें, पशु-पक्षियों को चारा और दाना डालें। गाय की सेवा करें।
• घर व प्रतिष्ठान मे संध्या के समय झाडू न लगायें। प्रातःकाल एवं संध्याकाल में धूप बत्ती से ईश्वर की आराधना करें। तुलसी की पूजा करें।
• जो व्यक्ति सूर्योदय होने के बाद भी सोता है, उस पर माँ लक्ष्मी कभी कृपा नहीं करती। ऐसे लोग अधिकतर काम से जी चुराने वाले होते हैं। ये व्यक्ति मेहनत से दूर भागते हैं और कर्म कार्य के अभाव में माँ लक्ष्मी इन पर अपनी कृपा की वर्षा नही करती।