कभी कभी ऐसा होता है कि आपका कोई शत्रु आपसे बहुत ईर्ष्या रखता है। परंतु सीधे सीधे वो आपका कुछ नही बिगाड़ सकता तो आपको दुखी करने के लिए, आपका नुकसान करने के लिए वो काले जादू तक का इस्तेमाल करता है। यदि आपको ऐसा लगता है कि किसी ने आप पर कोई तंत्र क्रिया करवा रखी है या आप पर काला जादू किया है तो आप इन उपायों को एक बार अवश्य करें। इनसे व्यक्ति के ऊपर से अभिचार का प्रभाव नष्ट हो जाता है।
काले जादू के प्रभाव को नष्ट करने का उपाय
अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि आपके किसी शत्रु ने आपका अहित करने के लिए या आपके व्यवसाय को नुकसान पहुँचाने के लिए या आपके व्यापार को बांधने के लिए कोई तंत्र क्रिया करवाई है। तो आप होली की रात को जहां पर होलिका दहन हो उस जगह पर एक गड्ढा खोद करके उसमें ग्यारह अभिमंत्रित धनकारक कौड़िया दबा दें। फिर अगले दिन उन कौड़ियों को वहां से निकालें और अपने व्यवसाय स्थल की मिट्टी लें। उसके पश्चात दोनों को एक नीले रंग के कपड़े में बांधकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इससे उस तंत्र क्रिया का प्रभाव नष्ट हो जाएगा।
तंत्र शास्त्र में काले चावलों का महत्व
हमारे यहां तंत्र शास्त्र में काले चावलों का बहुत महत्व बताया गया है। काले चावल किसी भी प्रकार के हो सकते हैं। कभी-कभी जब हम सफेद चावल लाते है उन चावलों के साथ भी काले चावल आ जाते हैं।अगर आपको काले चावल कहीं से उपलब्ध हो जाएं तो उन्हे सम्भाल कर रख लें। फिर किसी शुभ मुहुर्त में विधि विधान से पूजन व धूप दीप करके उनको शुद्ध करके रख लें। अब जब भी आपको आवश्यकता हो इनका प्रयोग कर सकते हैं।
तन्त्र क्रिया को प्रभावहीन करने का उपाय
यदि किसी व्यक्ति पर किसी ने तंत्र क्रिया कर रखी हो तो उसके प्रभाव को समाप्त करने के लिये, शनिवार के दिन काले चावल काले कपड़े में बांधकर पीड़ित व्यक्ति के सिर से सात बार उसार लें। फिर उन चावलों को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इससे बड़ी से बड़ी तन्त्र क्रिया को प्रभावहीन किया जा सकता हैं।
घर-परिवार पर की हुई तंत्र क्रिया बेअसर करें
यदि आप यह चाहते हैं कि आपके घर-परिवार पर की हुई तंत्र क्रिया बेअसर हो जाए। तो आप शुक्लपक्ष के पहले शनिवार को एक-एक काला चावल कपड़े में बांधकर अपने घर के चारों कोनों में दबा दें। इससे कोई भी तांत्रिक क्रिया आपके घर पर असर नहीं करेगी।
घर में हो रहे अनर्थ को रोकने के लिये
अगर आपको ऐसा लगता है आपके घर में कुछ अनर्थ हो रहा है तो आप यह उपाय आरंभ कर दें। किसी भी शुभ समय में आप यह उपाय प्रारम्भ कर सकते है। पिसी हुई हल्दी लें और उसमें गंगाजल मिलाकर उसका लेप बना लें। और फिर उस लेप से अपने घर के मुख्यद्वार के दोनों तरफ ॐ और स्वास्तिक का चिन्ह बना दें।
ऊपर की हवा के प्रभाव से सुरक्षित होने का उपाय
अगर कोई व्यक्ति बहुत ही कम समय में कई बार ऊपर की हवा के प्रभाव में आ गया हो तो यह उपाय करें। शुक्लपक्ष के पहले रविवार के दिन आठ तुलसी दल और आठ काली मिर्च के साथ सहदेई की जड़ को तांबे के ताबीज में रखकर हनुमानजी के सामने रखें। फिर धूप दीप अर्पित करके पूजन करें। उसके बाद उस ताबीज को पीड़ित व्यक्ति के गले में धारण करा दें। इससे वह व्यक्ति हमेशा के लिये ऊपर की हवा से सुरक्षित हो जाएगा।