हर व्यक्ति माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहता है, उनकी कृपा पाना चाहता है। माँ लक्ष्मी के आठ स्वरूप है जैसे धन लक्ष्मी, गजलक्ष्मी, अधिलक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, आदि। माँ लक्ष्मी की कृपा से ही इस दुनिया में सभी प्रकार की धन-सम्पत्ति और वैभव प्राप्त होता है। ऐसा क्या करें की माँ लक्ष्मी की कृपा हमें प्राप्त हो? वो हम पर प्रसन्न हो और हमारी सभी गलतियों को क्षमा करके, हम पर अपनी कृपा बरसायें। हमारे धर्म ग्रंथों में ऐसे उपाय बताये गये है जिनको करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करती हैं।
दीपावली पर किये जाने वाले उपाय
दीपावली की रात को लक्ष्मी पूजन के समय अभिमंत्रित श्रीयंत्र, ग्यारह अभिमंत्रित गोमती चक्र और ग्यारह अभिमंत्रित धनकारक कौड़ियों का भी पूजन करें। फिर उन्हे लाल रंग के रेशमी कपड़े में बांध कर धन रखने वाले स्थान पर रख दें। इस से पूरे साल माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
दीपावली के रात को एक चांदी का सिक्का व काली हल्दी को पीले वस्त्र में एक साथ रख कर धन रखने के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी की कृपा पूरे वर्ष बनी रहती है।
दीपावली की रात में अभिमंत्रित धनकारक कौड़ी, चांदी का सिक्का एवं गोमती चक्र मोती शंख में भर कर पूजन करें। और अगले दिन मोती शंख को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर धन रखने के स्थान पर रख दें। यह शंख जब तक आपके घर में रहेगा, तब तक माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
वर्ष भर माँ लक्ष्मी की कृपा पाने का उपाय
दीपावली की रात को पूजन के समय पीले कपड़े में काले चावल, सिन्दूर और चांदी का सिक्का रख कर पूजन करें। अगले दिन उसको धन रखने के स्थान पर रख लें। इस से पूरे साल माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
माँ लक्ष्मी और धन कुबेर दोनों की कृपा पाने का उपाय
माँ लक्ष्मी और धन के देवता यक्ष कुबेर दोनों की कृपा आप पा सकते है बस आपको धनतेरस के दिन चांदी की डिब्बी में पांच धनकारक कौड़ियां, कचनार के पत्ते एवं शहद रखना है। इससे माँ लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
माँ लक्ष्मी प्रसन्न को कैसे प्रसन्न करें?
आपके घर के पूजास्थल में पीले वस्त्र पर ग्यारह अभिमंत्रित धनकारक कौड़ियां और सात अभिमंत्रित गोमती चक्रों पर हल्दी से तिलक करके रखने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है। और उनकी अनुकम्पा बनी रहती है।
देवी महालक्ष्मी के स्थाई रूप से वास का उपाय
शुक्रवार के दिन एक लाल रेशमी वस्त्र में काले चावल, काली हल्दी, तीन अभिमंत्रित गोमती चक्र और अभिमंत्रित धनकारक कौड़ियां रखने से देवी महालक्ष्मी स्थाई रूप से आपके यहाँ निवास करती हैं।
मोती शंख द्वारा माँ लक्ष्मी की उपासना
मोती शंख माँ लक्ष्मी का स्वरूप है। दिखने में यह शंख जैसा प्रतीत होता है पर शंख की भांति लम्बा नही होता। यह थोड़ा छोटा होता है और गोलाकार होता है। इसमें चमक होती हैं।
जो भी व्यक्ति आर्थिक अस्थिरता से जूझ रहा हो और अपने जीवन में आर्थिक स्थिरता चाहता हो तो उसे शुक्लपक्ष के पहले शुक्रवार से यह उपाय अवश्य करना चाहिये।
मोती शंख में शुक्लपक्ष के पहले शुक्रवार के दिन एक चांदी का सिक्का रखके उसमें साबुत चावल भर के उसे लाल वस्त्र पर रखकर दें। फिर उसका रोली व केशर से तिलक करें। कमलगट्टे माला पर इस श्री लक्ष्मी मंत्र का यथा शक्ति जप करें।
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
इस प्रकार से नियमित रूप से पांच शुक्रवार तक जप करें और अन्तिम दिन कन्या को भोजन कराये और दक्षिणा दें। उसके पश्चात मोती शंख को उसी लाल कपड़े में बांध कर अपने धन रखने वाले स्थान पर रख दें।
माँ लक्ष्मी की शीघ्र कृपा पाने का उपाय
यदि आप माँ लक्ष्मी की शीघ्र कृपा प्राप्त करना चाहते है तो माँ लक्ष्मी की उपासना में मोतीशंख के द्वारा माँ को स्नान कराये। इससे माँ लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती है।