हर माता पिता अपनी पुत्री के सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हैं। उनकी बेटी सुख से रहे इसके लिये सारे प्रयास भी करते हैं। शास्त्रों में कुछ उपाय बताये गये है जिनके करने से कन्या का वैवाहिक जीवन सुखमय हो जाता है। जो भी माता-पिता अपनी पुत्री के लिये सुखी वैवाहिक जीवन की इच्छा रखते है उन्हे ये उपाय आवश्यक रूप से करने चाहिये।
• अपनी कन्या के सुखी वैवाहिक जीवन के लिये जब से कन्या के विवाह की चर्चा शुरू हो तब से लेकर कन्या के विवाह के एक माह बाद तक नियमित रूप से गुरूवार के दिन पीपल के वृक्ष और केले के वृक्ष पर जल अर्पित करें।
• आपकी कन्या की विदाई के बाद आठ सूखे छुआरे लेकर काले कपड़े में बाँध कर उस दिशा में फेंक दे जिस दिशा में आपकी बेटी का ससुराल हो।
• जब आपकी कन्या कि विदाई हो रही हो तब आप पीले कपड़े में सवा किलो गुड, तीन सौ ग्राम हल्दी और तीन ताँबे के सिक्के बाँधकर उसका हाथ लगवाकर रख लें। और बेटी की विदाई के बाद उस सामान की पोटली को मन्दिर में दें आयें।
• कन्या की विदाई के समय आप पिसी हुई हल्दी से कन्या के मस्तक पर तिलक करें।
• जब आपकी बेटी की विदाई हो रही हो तब उसके पैर के तलुओं पर काजल का टीका लगा दें। ऐसा करने से इस उपाय से आपकी पुत्री को किसी की नजर नहीं लगेगी और वो भविष्य के सभी संकटो से सुरक्षित हो जायेगी।
• जब आपकी कन्या की विदाई हो रही हो उस समय काले कपड़े में काले तिल, काली सरसों और सूखा काजल बाँधकर उससे उसका उसारा अवश्य करें। और उसारे के बाद उस सामग्री की पोटली को बहते हुए पानी में विसर्जित कर दें।